स्पेनिश महिला के साथ गैंगरेप मामले में कुल 8 आरोपी गिरफ्तार 

मामलें की जांच करती पुलिस

दुमका: झारखंड के दुमका में स्पेन की टूरिस्ट से हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने पांच और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. अपनी बाइक से वर्ल्ड टूर पर निकली स्पेनिश टूरिस्ट के साथ हुए गैंगरेप में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही ‍थी. एसआईटी ने कई स्थानों पर इनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

आठ आरोपियों को पुलिस ने कर लिया है गिरफ्तार

दुमका के हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुरमाहाट के पास स्पेन की टूरिस्ट से गैंगरेप मामले में पुलिस ने अब तक आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी. इस शर्मनाक घटना के बाद एसपी पीताम्बर सिंह खेरवार देर रात ही घटनास्थल पर पहुंचे थे और त्वरित एक्शन लिया था. पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद आज पांच आरोपी पकड़े गए हैं.

पीड़िता के पति को 10 लाख रुपए मुआवजा

दुमका जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से पिछले दिनों पीड़िता के पति को 10 लाख रुपए (11,126.20 यूरो) का मुआवजा दिया गया. पैसे उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए गए हैं. चेक की प्रतिलिपि और राशि ट्रांसफर से संबंधित पत्र पीड़िता के पति को दुमका के उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे और एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने प्रदान किया था.

झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष की पहल पर दिया गया मुआवजा

झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार यानी झालसा के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद की पहल पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार दुमका के अध्यक्ष अनिल कुमार मिश्रा ने उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे, पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार तथा प्राधिकार के सचिव उत्तम सागर राणा के साथ संयुक्त रूप से बैठक कर झारखंड विक्टिम कंपनसेशन स्कीम के तहत स्पेनिश मूल की पीड़िता को 10 लाख रुपए की मुआवजा राशि प्रदान करने का फैसला किया था. उसके बाद इस राशि को यूरो मुद्रा में परिवर्तित कराकर पीड़िता के खाते में जमा कर दिया गया.

पांच साल पहले निकले हैं वर्ल्ड टूर पर

अब तक ये जोड़ी एक लाख सत्तर हजार किलोमीटर की वैश्विक यात्रा बाइक से ही पूरी की है. दोनों ने अलग-अलग मोटरसाइकिल रखी है. इरान, इराक, सउदी अरब के बाद ये पाकिस्तान पहुंचे थे और वहां 8000 किमी का सफर तय करने के बाद इन्होंने बाइक से ही जुलाई महीने में भारत में प्रवेश किया था. लद्दाख, बीकानेर के करनी माता मंदिर, कन्याकुमारी होते हुए ये फरवरी के आरंभिक सप्ताह में श्रीलंका भी पहुंचे थे. इन्हें पश्चिम बंगाल होते हुए नेपाल पहुंचना था, जिसके लिए इन्होंने यह रास्ता चुना था.

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